इस 0.4.0 व्हील पद्धति बनावट वाले 35 टन के ब्राॅड गेज इंजन का उत्पादन 1953 में हैन्शेल जर्मनी द्वारा किया गया। इसकी भाप एकत्रित करने की सीमित क्षमता के कारण इसकी अधिकतम गति केवल मात्र 18.5 मील प्रति घंटा थी तथा इसको कम दूरी की यात्रा में ही इसका संचालन किया जाता था। इसका इस्तेमाल सिंधरी फर्टिलाइजर कंपनी में किया गया तथा इसकी निर्माण संख्या 25630 थी।
फायरलेस लोको नवीनीकरण के बाद संग्रहालय के परिसर मे खड़ा है |
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