नगाड़ा: यह एक पारंपरिक संगीत है जिसे भारत कटल ड्रम के रूप में भी जाना जाता है। आमतौर पर इसका व्यास 1-2 फीट और आधा अंडाकार होता है। एक नगाड़ा का गोल खंड पके हुए मिट्टी से बना होता है, जबकि सपाट पक्ष में उपचारित त्वचा होती है, जिसे रिम के चारों ओर कसकर बाँध दिया जाता है, जो कटोरे के पीछे कड़ा होता है। मध्यकाल के दौरान कबीर दास द्वारा लिखित रामचरितमानस के दोहे और उद्धरण इस वाद्य की धड़कन के लिए बार-बार गाए जाते हैं।