Surfacing Women in Science in Smithsonian History
स्मिथसोनियन में, विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली महिलाओं का इतिहास, एक देश की कहानी बयां करता है. यह कहानी, कामकाज की जगहों पर समानता और बिना भेदभाव के उन्नति के अवसर हासिल करने को लेकर, महिलाओं के संघर्षों के बारे में है.
B.S. Reynolds Co. Washington, DC की Postcard of the Smithsonian Castle (June 21, 1921)मूल स्रोत: Smithsonian Institution Archives, Record Unit 95, Box 84, Folder 25
साल 1846 में स्थापित स्मिथसोनियन इंस्टिट्यूशन, अमेरिका के सबसे पुराने म्यूज़ियम में से एक है. यह देश के शुरुआती वैज्ञानिक संस्थानों में से भी एक है. नैशनल म्यूज़ियम ऑफ़ नैचुरल हिस्ट्री, नैशनल ज़ू एंड कंज़र्वेशन बायोलॉजी इंस्टिट्यूट, स्मिथसोनियन ऐस्ट्रोफ़िज़िकल ऑब्ज़र्वेटरी, नैशनल एयर एंड स्पेस म्यूज़ियम, नैशनल म्यूज़ियम ऑफ़ अमेरिकन हिस्ट्री, स्मिथसोनियन एनवायरमेंटल रिसर्च सेंटर, स्मिथसोनियन ट्रॉपिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट, और म्यूज़ियम कंज़र्वेशन इंस्टिट्यूट में, महिलाओं ने कई सदियों से वैज्ञानिक और विज्ञान के शिक्षक के तौर पर काम किया है.
Portrait of officers of American Association for the Advancement of Science, including Rev. James Owen Dorsey and Mrs. Erminnie A. Smith, 1885 (1885)मूल स्रोत: Smithsonian National Anthropological Archives NAA INV 02872300, Photo Lot 33.
साल 1970 में, विज्ञान की दो इतिहासकारों, डॉ० मार्गरेट डब्ल्यू० रॉसिटर और डॉ० सैली ग्रेगरी कोलस्टेड ने विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली महिलाओं के इतिहास पर, मूलभूत स्कॉलरशिप पब्लिश की. रिसर्च के एक नए क्षेत्र की नींव रखने के दौरान, उन्होंने अमेरिका में, विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली कुछ महिलाओं के नाम खास तौर पर पब्लिश किए. साथ ही, उन्होंने अपने पब्लिकेशन में विज्ञान से जुड़े संस्थानों और वैज्ञानिक क्षेत्र में इन महिलाओं के योगदान की पूरी कहानी शामिल की है.
उनकी रिसर्च से स्मिथसोनियन के इतिहासकारों और संग्रहकर्ताओं को संग्रह तैयार करने की प्रेरणा मिली. साथ ही, इससे प्रेरित होकर विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली अर्मिनी ए स्मिथ जैसी महिलाओं के इतिहास का संग्रह किया गया. स्मिथ (1836-1886), स्मिथसोनियन से जुड़ीं एक मानव विज्ञानी थीं. उन्होंने अमेरिकन असोसिएशन फ़ॉर द अडवांसमेंट ऑफ़ साइंस की पहली महिला अधिकारी के तौर पर काम किया था.
Johnston, Earl S की SAO Staff (1941)मूल स्रोत: Smithsonian Institution Archives, Record Unit 7005, Box 186, Folder 4
आज स्मिथसोनियन में मौजूद रिसर्च करने वाले, डिजिटल संग्रहों के साथ काम कर रहे हैं. साथ ही, वे डेटा साइंस का इस्तेमाल करके स्मिथसोनियन में, विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली महिलाओं के इतिहास की खोज में लगे हैं. एक तरफ़ जहां स्मिथसोनियन में शुरुआती समय में नेतृत्व करने वाले कई पुरुषों के योगदान के बारे में ढेरों रिकॉर्ड और कहानियों का संग्रह मौजूद है. वहीं दूसरी तरफ़, स्मिथसोनियन में महिलाओं के करियर और उपलब्धियों से जुड़े किसी भी तरह के इतिहास या रिकॉर्ड को खोजना बेहद मुश्किल है.
यह साल 1941 की स्मिथसोनियन ऐस्ट्रोफिज़िकल ऑब्ज़र्वेटरी के कर्मचारियों की तस्वीर है. इसमें, असोसिएट प्लांट फ़िज़ियोलॉजिस्ट फ्लोरेंस मायर चेज़ (1902-1978) मौजूद हैं. वह स्मिथसोनियन में पीएचडी के साथ विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाली पहली महिला थीं. डॉ. चेज़ ने पौधों पर सूरज की किरणों का क्या असर होता है, इस बारे में अध्ययन किया. डॉ. चेज़ ने पराबैंगनी रोशनी और शैवाल पर मोनोग्राफ़ पब्लिश किया. साथ ही, वे अमेरिकन असोसिएशन फ़ॉर द अडवांसमेंट ऑफ़ साइंस की फ़ेलो और वॉशिंगटन बोटैनिकल सोसाइटी की एक मानद सदस्य थीं.
United States National Museum Photographic Laboratory की Louisa Bernie Gallaher Models Dress (1880)मूल स्रोत: Smithsonian Institution Archives, Acc. 11-006, Box 003, Image No. MAH-2301
उदाहरण के लिए, स्मिथसोनियन इंस्टिट्यूशन आर्काइव्स के संग्रहकर्ता, विज्ञान के क्षेत्र से जुड़ी फ़ोटोग्राफ़र लूईज़ा बर्नी गैलहर (1858-1917) की प्रोफ़ेशनल लेगसी को वापस लाने की प्रक्रिया में लगे हैं. गैलहर, साल 1878 में स्मिथसोनियन से जुड़ीं. वह स्मिथसोनियन में, विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाली पहली महिलाओं में से एक थीं. समाचारपत्रों के लेखों से यह पता चलता है कि वह अपने सहयोगियों के बीच, विज्ञान के क्षेत्र से जुड़ी फ़ोटोग्राफ़ी के मामले में काफ़ी लोकप्रिय थीं. हालांकि, कुछ समय पहले तक गैलहर ने जो भी काम किया था, उसमें से ज़्यादातर काम का श्रेय, गलती से उनके बॉस को दिया गया था. वैसे तो गैलहर के बॉस ने उनके हर काम का समर्थन किया, लेकिन यह गलत श्रेय, बाद के सालों में कर्मचारियों और रिसर्च करने वालों
Smithsonian American Women's History Initiative
स्मिथसोनियन अमेरिकन वीमन्स हिस्ट्री इनिशिएटिव और बीकॉज़ ऑफ़ हर स्टोरी, विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली महिलाओं के इतिहास की खोज जारी रखने में मदद कर रही हैं. इस पहल की मदद से, अमेरिकी महिलाओं की उपलब्धियों के ऐतिहासिक रिकॉर्ड को बनाने और दुनिया भर के लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. यह पहल, अमेरिका की सबसे महत्वकांक्षी कोशिशों में से एक है. इसमें, अमेरिका के इतिहास में शामिल महिलाओं की दमदार कहानियों के बारे में रिसर्च करके, उन्हें इकट्ठा किया जाता है. इसके अलावा, उनके दस्तावेज़ बनाकर उन कहानियों को दिखाया और शेयर भी किया जाता है. बीकॉज़ ऑफ़ हर स्टोरी, 'मुख्य तौर पर डिजिटल' दृष्टिकोण के साथ काम करती है. यहां डेटा साइंस, क्राउडसोर्सिंग, और डिजिटल क्यूरेटर जैसे पदों का इस्तेमाल किया जात
Adrian James Testa की Dr. Vicki Funk, senior research botanist and curator of botany, inspects a weed specimen sent to the Museum from Australia (2009)मूल स्रोत: Smithsonian National Museum of Natural History, Image no. 2009-13100.
विकी फ़ंक (1947-2019) स्मिथसोनियन नैशनल म्यूज़ियम में वनस्पतिशास्त्री के तौर पर काम करती थीं. साल 2018 में, उन्होंने स्मिथसोनियन इंस्टिट्यूशन आर्काइव्स के कर्मचारियों के साथ मिलकर, यहां विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली महिलाओं के लिए काम किया. उन्होंने एक औपचारिक पहल की जिसमें उन महिलाओं के काम और उनकी ज़िंदगी को पहचान दिलाने और उन पर रिसर्च करना शामिल था.
फ़ंक से प्रेरणा लेकर उनकी टीम ने मौजूदा कर्मचारियों की मदद से, विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली महिलाओं के नाम क्राउडसोर्स किए. साथ ही, अहम ऐतिहासिक हस्तियों की पहचान शुरू की. अमेरिकन वीमन्स हिस्ट्री इनिशिएटिव के सहयोग से, स्मिथसोनियन ने एक डिजिटल क्यूरेटर को नौकरी पर रखा. ऐसा यह पक्का करने के लिए किया गया कि अमेरिकी इतिहास में, विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली महिलाओं की भूमिका को पहचान मिले. साथ ही, उनसे जुड़ी जानकारी सटीक हो और लोगों को सशक्त करती हो.
Mary Agnes Chase on an expedition to Brazil in 1929 (1929)मूल स्रोत: Smithsonian Institution Archives, Record Unit 229, Image no. 2009-2576-000001
स्मिथसोनियन म्यूज़ियम के 'अमेरिकन विमन्स हिस्ट्री इनिशिएटिव' के हिस्से के तौर पर, इतिहासकार, संग्रहकर्ता, और विज्ञान से जुड़े पेशेवर लोग, विज्ञान में योगदान देने वाली महिलाओं के इतिहास पर रिसर्च कर रहे हैं. साथ ही, इससे जुड़े संसाधनों के दस्तावेज़ तैयार कर रहे हैं और उन्हें पब्लिश कर रहे हैं. रिसर्च करने वाले, मैरी एगनेस चेज़ (1869-1963) जैसी महिलाओं की कहानियों को ज़्यादा लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं. मैरी, स्मिथसोनियन म्यूज़ियम में घासों की मानद क्यूरेटर थीं. चेज़, घास क्षेत्र की सबसे पहली विशेषज्ञों में से एक थी. रिसर्च से पता चलता है कि इसके बावजूद, उन्हें बीसवीं सदी की शुरूआत में हुई, सभी पुरूषों वाली रिसर्च यात्रा में शामिल होने नहीं दिया गया था. इसकी वजह से, उन्हें अपनी फ़ील्ड रिसर्च के लिए, खु
Harold E Dougherty की Sophie Lutterlough at a Microscope (1983)मूल स्रोत: Smithsonian Institution Archives, Record Unit 371, Image no. 2009-3239-000001
2021 के आखिर तक, स्मिथसोनियन म्यूज़ियम के कर्मचारियों ने विज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने वाली, 500 से ज़्यादा महिलाओं की पहचान की है. इनमें वे महिलाएं शामिल हैं जिन्होंने म्यूज़ियम की शुरुआत से लेकर अब तक, म्यूज़ियम की अलग-अलग शाखाओं और रिसर्च सेंटर में काम किया है. अब रिसर्च करने वाले स्मिथसोनियन के संग्रह खोज सकते हैं. इनमें 1.55 करोड़ से ज़्यादा वस्तु और नमूनों के साथ ही, लाइब्रेरी और संग्रह का सामान शामिल है. इनकी मदद से, वे सोफ़ी लटरलो (1910-2009) जैसी महिलाओं के बारे में ज़्यादा जानकारी पा सकते हैं. लटरलो को 1957 में, स्मिथसोनियन म्यूज़ियम में कीड़ों के स्पेसिमेन तैयार करने के काम के लिए नौकरी पर रखा गया था. मुमकिन है कि वे म्यूज़ियम में काम करने वाली पहली अफ़्रीकी अमेरिकी महिला थीं.
GAC Browser
हाल ही में स्मिथसोनियन ने, ओपन ऐक्सेस इनिशिएटिव के मुख्य स्पॉन्सर के तौर पर, Google Arts & Culture के साथ साझेदारी की है. इसका मकसद, अपने संग्रह के मेटाडेटा को संभाल कर रखने के लिए, मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करना है. साथ ही, संग्रह के मेटाडेटा में ऐसी जानकारी इकट्ठा करना है जिससे संग्रह का ब्यौरा मिलता हो और स्मिथसोनियन में विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की अनसुनी कहानियों के बारे में जाना जा सके. स्ट्रक्चर्ड डेटा सेट में उन महिलाओं के बारे में जानकारी होती है जिन्होंने स्मिथसोनियन में विज्ञान के क्षेत्र में काम किया है. इस सेट का इस्तेमाल करके, Google ने मशीन लर्निंग एल्गोरिदम चलाया, ताकि "नाम वाली इकाईयों" जैसे, लोग, जगहें या तारीखों की पहचान की जा सके. इसमें स्मिथसोनियन के संग्रहों का
Rathbun, M. J. और Dandridge की Taxonomy Card (1911-08-17)मूल स्रोत: Department of Invertebrate Zoology, Smithsonian National Museum of Natural History, Catalog No. USNM 43175, Accession no. 053131.
स्मिथसोनियन के शोधार्थियों ने संग्रह के सभी मेटाडेटा में, लोगों और जगहों के बीच आपसी संबंध जोड़ने के लिए, नेटवर्क के "नोड" में ब्राउज़ करना शुरू किया. ऐसा करके, उन्हें स्मिथसोनियन में विज्ञान संबंधी विषयों पर काम करने वालीं तीन शुरुआती महिलाओं के बीच दिलचस्प संबंधों का पता चला. ये महिलाएं थीं: मेरी जेन रादबन, सेरेना कैथरीन "वॉयलेट" डैंड्रीज, और डॉक्टर हैरियट रिसर्चडसन सर्ल.
इसके लिए सबसे अहम सबूत था कैटगरी कार्ड. इस कार्ड में, 1911 में मेन स्थित कास्को की खाड़ी की यात्राओं का ब्यौरा था. इसकी जानकारी मेरी जेन राथबन के संग्रह से जुड़े मेटाडेटा से मिली. राथबन को स्मिथसोनियन की पहली महिला क्यूरेटर माना जाता है.
Page from 1911-1912 Division of Marine Invertebrates Curators’ Annual Report describing a research trip to Maine (1911/1912)मूल स्रोत: Smithsonian Institution Archives, Record Unit 158, Box 42, Folder 4.
अगस्त, 1911 में, मेरी जेन राथबन और विज्ञान विषयों से जुड़ी चित्रकार सेरेना कैथरीन "वॉयलेट" डैंड्रीज ने एक महीने तक दक्षिणी हार्प्सवेल, मेन, और मैसाचुसेट्स स्थित वूड्सहोल की यात्रा की. उनका उद्देश्य, आने वाले दिनों में संग्रहालय की प्रदर्शनी के लिए, समुद्री जानवरों के रंगों पर शोध करना था. मशीन लर्निंग वाले प्रयोग में कैटगरी कार्ड की जांच की गई. इससे इस बात का भी पता चला कि अकशेरुकीय जीव विज्ञान विभाग की शोधकर्ता डॉक्टर हैरिएट रिचर्डसन सर्ल ने राथबन और डैंड्रीज के जमा किए गए नमूनों में से कुछ की पहचान कर ली थी.
Mary Jane Rathbun and Waldo LaSalle Schmitt (Unknown, perhaps 1920s)मूल स्रोत: Smithsonian Institution Archives, Record Unit 7231, Box 119
मेरी जेन राथबन (1860-1943) ने 1886 से 1940 तक यूनाइटेड स्टेट्स नैशनल म्यूज़ियम में समुद्री जीवों के क्यूरेटर के तौर पर काम किया. अब इस म्यूज़ियम को नैशनल म्यूज़ियम ऑफ़ नैचुरल हिस्ट्री के नाम से जाना जाता है. उन्होंने स्मिथसोनियन के समुद्री अकशेरूकीय विभाग में डॉक्यूमेंट की कॉपी बनाने वाली के तौर पर, अपने करियर की शुरुआत की थी. बाद में वह क्यूरेटर बन गईं. वह एक सफल लेखिका और शोधकर्ता थीं. उन्हें अमेरिका के केकड़ों पर चार खंडों की एक सीरीज़ बनाने के लिए जाना जाता है. सहकर्मियों के मुताबिक, 1914 में रादबन ने पैसे वाले पद से इस्तीफ़ा दे दिया. ऐसा उन्होंने इसलिए किया, ताकि उनके वेतन से उनके काम में मदद करने के लिए एक सहायक की नियुक्ति हो सके. इसके बाद, उन्होंने अपने करियर में हमेशा बिना पैसों के काम किया.
Portrait of Serena Katherine Dandridgeमूल स्रोत: Bedinger and Dandridge Family Papers, David M. Rubenstein Rare Book & Manuscript Library, Duke University
सेरेना कैथरीन "वॉयलेट" डैंड्रीज (1878-1956) ने 1903 से 1915 तक, स्मिथसोनियन में विज्ञान संबंधी विषयों से जुड़ी चित्रकार के तौर पर काम किया. डैंड्रीज ने महिलाओं के लिए मतदान के अधिकार को समर्थन दिया. साथ ही, वे ताउम्र कला और प्रकृति को लेकर काम करती रहीं.
Graduation photograph of Harriet Richardson from 1896 (1896)मूल स्रोत: Archives and Special Collections, Vassar College Library, Ref 3.1186
डॉ॰ हैरियट रिचर्डसन सर्ल (1874-1958) ने पहले सहयोगी और फिर यूनाइटेड स्टेट्स नैशनल म्यूज़ियम में 1896 से 1913 के बीच रिसर्च असोसिएट के तौर पर काम किया. अब इस संग्रहालय को नैशनल म्यूज़ियम ऑफ़ नैचुरल हिस्ट्री कहा जाता है. डॉ॰ सर्ल ने जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से जीव विज्ञान में पीएचडी की डिग्री हासिल की. उनकी ज़्यादातर रिसर्च और पब्लिकेशन, समुद्री जीवों को कैटगरी में बांटने से जुड़ी हैं.
Multi-Dimensional Feature Clustering (Smithsonian Open Access)
स्मिथसोनियन के 175 साल के इतिहास में महिलाओं ने कुछ बेहद शानदार वैज्ञानिक शोध की अगुवाई की. साथ ही, उन्होंने कुछ अहम संग्रह तैयार किए. शोधार्थी उस इतिहास को और ऊंचे मकाम तक पहुंचाना चाहते हैं और यह प्रयोग इस दिशा में बस एक शुरुआत है. अमेरिकन वीमन्स हिस्ट्री इनिशिएटिव, स्मिथसोनियन के इन संग्रहों और मेटाडेटा में और जानकारी शामिल करना जारी रखेगा. इस मेटाडेटा से, उन संग्रहों को समझने और व्यवस्थित करने में मदद मिलती है. साथ ही, वह अमेरिका की उन महिलाओं की कहानियों को खोजना भी जारी रखेगा जिनके योगदान से जुड़े किस्सों को स्मिथसोनियन के रिकॉर्ड और इतिहास में प्रमुखता से शामिल किया गया है.